बद्रीनाथ व केदारनाथ में पहली बार शुरू हुई वीआईपी दर्शन सिस्टम से बद्री केदार मंदिर समिति को 1 करोड़ 55 लाख से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ है। साथ ही 51 हजार से ज्यादा वीआईपी दर्शन के लिए दोनों धामों में पहुंच चुके हैं।
इस सीजन की यात्रा शुरू होने से पहले बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने देश के चार बड़े मंदिरों वैष्णोदेवी, तिरुपति बालाजी, सोमनाथ व महाकाल मंदिर में विभिन्न व्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए अलग-अलग दल भेजे थे। इनके अध्ययन के बाद ही वीआईपी दर्शनों के लिए शुल्क का प्रस्ताव रखा गया था।
मुख्यमंत्री धामी ने काटी पहली पर्ची
स्टडी के बाद जिसके हिसाब से प्रति व्यक्ति 300 रुपये तय किया गया था। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर बीकेटीसी ने पहली 300 रुपये की पर्ची मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की काटी थी।
इतने विशिष्ट व अतिविशिष्ट ने लिया दर्शन का लाभ
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से अब तक 15,612 विशिष्ट व अतिविशिष्ट और उनके संदर्भों से आए महानुभावों ने दर्शनों का लाभ उठाया है। इससे बीकेटीसी को 46,83,600 रुपये का लाभ हुआ। इसी प्रकार, 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद अब तक 36,084 हजार विशिष्ट व अतिविशिष्ट महानुभाव दर्शनों के लिए पहुंचे, जिनसे 1,08,25,200 रुपये प्राप्त हुए। दोनों धामों में बीकेटीसी वीआईपी श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराती थी और निःशुल्क प्रसाद भी देती थी। इन श्रद्धालुओं से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता था।