जयपुर

भाजपा (BJP) देश में माहौल बनाने में लगी है कि कांग्रेस (Congress) प्रधानमंत्री (Prime Minister) से करती है घृणा, प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर राजनीति (politics) दुर्भाग्यपूर्णः गहलोत

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक मामले पर भाजपा (BJP) पर हमला बोला और कहा कि भाजपा देश में माहौल बनाने में लगी है कि कांग्रेस (Congress) प्रधानमंत्री (Prime Minister) से घृणा करती है। उन्होंने इस पर हो रही राजनीति (politics) को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भाजपा के नेता देश में यह माहौल बनाने का असफल प्रयास कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से घृणा करती है। प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता है बल्कि देश का होता है जिसकी सुरक्षा एवं रक्षा करने के लिये सभी देशवासी तैयार एवं तत्पर रहते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा ऐसे विषय पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के संबंध में कांग्रेस पार्टी से ज्यादा कोई नहीं जानता। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री के रूप में इंदिरा जी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री विद्याचरण शुक्ल, पंजाब में सरदार बेअंत सिंह को सुरक्षा चूक के कारण जान गंवाते देखा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने कभी भी भाजपा पर झूठे आरोप नहीं लगाये और ना ही अनर्गल आरोप लगाकर राजनीति करने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा कि जब केन्द्र सरकार के पास मार्ग पर किसानों द्वारा धरना दिये जाने की जानकारी थी, भाजपा नेताओं ने किसानों को समझाने का प्रयास किया था किन्तु किसान नहीं माने, ऐसी परिस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी ने हैलीकॉप्टर से जाने के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को बदलकर सडक़ मार्ग से जाने का निर्णय क्यों लिया? प्रधानमंत्री की सुरक्षा हेतु एसपीजी एक्ट में प्रोटोकॉल तय है, खुफिया एजेंसियां एवं एसपीजी की अनुमति के बगैर प्रधानमंत्री का काफिला रवाना तक नहीं होता है, किन्तु सडक़ मार्ग अवरूद्ध होने के बावजूद प्रधानमंत्री के काफिले को रवाना होने की अनुमति कैसे प्रदान की गई इसकी जांच होनी चाहिए।

गहलोत ने कहा कि मोदी ने पंजाब सरकार एवं मुख्यमंत्री के विरूद्ध जो टिप्पणी की है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब सरकार ने केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के तहत् नियमानुसार कार्य किया, जबकि सुरक्षा व्यवस्था एवं इंतजामात की समस्त जिम्मेदारी एसपीजी एवं अन्य खूफिया एजेंसियों के पास है जो कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करती है। उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों की कार्यप्रणाली की जांच क्यों नहीं की जा रही है जबकि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित अनेक नेता कांग्रेस की पंजाब सरकार पर अनर्गल एवं तथ्यहीन आरोप लगाने का कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पहली बार पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बना है जिससे देशभर में खुशी का माहौल बना था, ऐसे मुख्यमंत्री पर प्रधानमंत्री द्वारा अनर्गल आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब में प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान घटी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा प्रधानमंत्री मोदी को एसपीजी, आईबी से सम्पूर्ण रिपोर्ट लेनी चाहिए। वे उम्मीद करते हैं कि भाजपा के नेता देश को गुमराह नहीं करेंगे बल्कि घटना की सम्पूर्ण जांच करवाकर सही तथ्य देश के सामने प्रस्तुत करेंगे। भीड़ कम होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी की फिरोजपुर में आयोजित रैली को भाजपा ने रद्द किया है, इसके अलावा प्रधानमंत्री की सभा को रद्द करने का कोई कारण नहीं था।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पंजाब में होने वाले आगामी चुनावों को लेकर प्रधानमंत्री तथा भाजपा ऊहापोह की स्थिति में है क्योंकि पिछले 15-16 महिनों में केन्द्र सरकार द्वारा किसानों पर अत्याचार किये गये, उन पर तीन काले कृषि कानून थोपने का कार्य भाजपा की केन्द्र सरकार ने किया, कानून वापस लिये गये, देश से माफी मांगी, किन्तु प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों एवं किसान संगठनों से चर्चा करना भी उचित नहीं समझा। एक षडय़ंत्र के तहत् जिस प्रकार छद्म राष्ट्रवाद को आधार बनाया था, पुन: इसी एजेण्डे के तहत् भाजपा पंजाब में चुनावी माहौल बनाना चाहती है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अधीन कार्यरत एजेंसियों की है। पंजाब राज्य सरकार ने तो प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान अपनाये जाने वाले समस्त प्रोटोकॉल की पालना की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के काफिले पर ना तो कोई हमला हुआ और ना ही कोई व्यवधान उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के काफिले को जिस स्थान पर किसान धरना दे रहे थे से काफी पहले रोक लिया गया था, जब प्रधानमंत्री मोदी को सूचना मिली कि उनकी रैली में भीड़ नहीं आई है, जितना अनुमान था उसके एक प्रतिशत लोग भी रैली में प्रधानमंत्री को सुनने नहीं आये, तो सोची-समझी साजिश के तहत् अकारण रैली रद्द करने का ढोंग रचा गया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुरक्षा प्रोटोकॉल को अनेक बार तोड़ चुके हैं जिसमें बिना सूचना के पाकिस्तान जाकर बिरयानी का लुत्फ उठाने का उदाहरण सबके समक्ष है। उन्होंने कहा कि वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी ने अनेक अवसरों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को तोड़ा है, किन्तु पंजाब में आगामी चुनावों को देखते हुए अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल की पालना नहीं की तथा चुनावी फायदा लेने के लिये अनर्गल आरोप लगाकर अपने पक्ष में माहौल बनाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि क्या पंजाब के मुख्यमंत्री दलित वर्ग से आते हैं, यही उनका अपराध है। उन्होंने कहा कि भाजपा के समस्त नेता, केन्द्रीय मंत्रीगण सोशल मीडिया पर कांग्रेस के विरूद्ध अनर्गल आरोप लगाकर बदनाम करने की चेष्टा कर रहे हैं जबकि भाजपा नेताओं को यह जान लेना चाहिए कि किसान ना तो किसी के आगे झुकता है और ना ही किसी से डरता है।

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