हरियाणा के रोहतक जिले में स्थित मस्तनाथ मठ के महंत रहे बाबा बालक नाथ अलवर की तिजारा सीट से नवनिर्वाचित सांसद हैं। बालकनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की तरह ही, नाथ संप्रदाय से आने वाले बालकनाथ यूपी के मुख्यमंत्री की ही तरह तेज तर्रार और आक्रामक तेवरों के लिए जाने जाते हैं। इसीलिए उनको अब ‘राजस्थान का योगी’ ही कहा जाता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली पसंद बाबा बालकनाथ हैं। योगी आदित्यनाथ खुद बालकनाथ के नामांकन भरवाने आए थे और दो बार उनके लिए जनसभा को संबोधित भी किया था। योगी आदित्यनाथ ने इशारों में उनको राजस्थान का भावी मुख्यमंत्री तक कहा था।
कौन हैं बाबा बालकनाथ
16 अप्रैल, 1984 को जन्मे बालक नाथ छह साल की उम्र में ही अध्यात्म अध्ययन के लिए महंत खेतानाथ के पास आ गए। इसके बाद वह महंत चांदनाथ के साथ हनुमानगढ़ मठ आ गए। महंत चांदनाथ नाथ संप्रदाय की सबसे बड़ी गद्दी अस्थल बोहर रोहतक के महंत थे और फिर 2016 में महंत चांदनाथ ने बाबा बालकनाथ को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अलवर से टिकट दिया तो उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को भारी वोटों हरा दिया।
राजस्थान के बाहर भी रखते हैं प्रभाव
बता दें कि नाथ संप्रदाय की सबसे बड़ी गद्दी अस्थल बोहर मठ का रोहतक व आसपास के क्षेत्रों में काफी प्रभाव है क्योंकि इस मठ की कई सारी यूनिवर्सिटी, कॉलेज, अस्पताल और स्कूल हैं। बाबा बालकनाथ और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ही नाथ संप्रदाय से आते हैं, अगर योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में नाथ संप्रदाय के पीठ गोरखधाम के महंत हैं तो बाबा बालकनाथ हरियाणा के रोहतक में मस्तनाथ मठ के महंत।
बाबा बालकनाथ की संपत्ति
बाबा बालकनाथ ओबीसी कैटेगरी से आते हैं। बालकनाथ ने चुनाव आयोग में अपना नामांकन दाखिल किया। इसके मुताबिक, उनकी उम्र 39 साल है। उनके पास नकदी 45 हजार रुपए है। भारतीय स्टेट बैक शाखा पार्लियामेंट हाउस संसद भवन नई दिल्ली में 13 लाख 29 हजार पांच सौ अठावन रुपए (13,29558 ) जमा है। इसके अलावा एसबीआई शाखा में एक अन्य बैंक खाते में 5 हजार की राशि जमा है। इस हिसाब से बैंक में कुल जमा राशि 13, 79,558 की राशि जमा है। उन्होंने 12वी तक स्कूली पढ़ाई कर रखी है साथ ही मात्र छह वर्ष की अल्पायु से अध्यात्म की शिक्षा ली है।
तिजारा चुनाव भारत पकिस्तान मैच की तरह
इन विधानसभा चुनावों के दौरान बालकनाथ ने कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान के साथ अपनी लड़ाई को भारत और पाकिस्तान के मैच की तरह बताया था। बाबा बालकनाथ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव नामांकन में योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए थे। इतना ही नहीं बाबा बालकनाथ ने बुलडोजर पर सवार होकर भी चुनाव प्रचार किया था। बुलडोजर को उत्तर प्रदेश की राजनीति से लेकर अब देश की राजनीति में योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा जाता है।