जयपुरस्वास्थ्य

कोरोना की दूसरी यानी 2nd लहर का मुकाबला करने के लिए चिकित्सा विभाग की पूरी तैयारी

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तरह प्रदेश में भी कोरोना मामलों में इजाफा हो रहा है। ऐसे में सरकार एक बार फिर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, पैसिव और एक्टिव सर्विलांस करने जा रही है। उन्होंने आमजन ने अपील करते हुए कहा कि जिस तरह पहली वेव में आमजन से पूरे संयम के साथ कोरोना का मुकाबला किया था, आगे भी पूरा सहयोग करे।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, गुजरात सहित कई प्रदेशों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको देखते हुए सरकार ने सभी राज्यों से आने वाले लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। रिपोर्ट नहीं लाने वाले लोगों को 15 दिन क्वारंटीन रखा जाएगा।

कोरोना से बचाने के लिए प्रदेश के 8 शहरों में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। नई एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) के अनुसार 5 व्यक्तियों से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आने के बाद उस क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा सकता है। शादी-समारोह में 200 और अंत्येष्टि में 20 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे।

कोरोना से बचाव के लिए सभी गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक है। मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग और बार बार हाथ धोने जैसे उपायों को अपनाकर कोरोना से बचा जा सकता है। सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमों में भी सरकार द्वारा तय की गई संख्या के अनुसार ही आमजन को भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, जिससे कि संक्रमण का फैलाव कम से कम हो।

सावधानी के साथ मनाएं होली

शर्मा ने कहा कि आगामी दिनों में होली, गणगौर और नवरात्र जैसे कई त्योहार हैं। ऐसे में जीवन को सर्वोच्च प्राथमिकता रखते हुए पूरी सावधानी बरतें और भीड़ से दूर रहने का प्रयास करें। त्योहार सुरक्षित रहें इसके लिए आवश्यक है कि सभी कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाए। आने वाले दिनों में आमजन का सहयोग पूर्णतया अपेक्षित है। पूरी सावधानी और सतर्कता से कोरोना को मात देने में सफल हो सकेंगे।

वैक्सीनेशन के बाद भी संक्रमण संभव, मास्क लगाना ना भूलें

डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि वैक्सीनेशन के मामले में राजस्थान सिरमौर बना हुआ है। प्रदेश में व्यापक स्तर पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। कोरोना वैक्सीनेशन वाले लाभार्थी समय पर दोनों डोज लगवाएं और वैक्सीनेशन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान ना दें। हालांकि दोनों डोज लगने के बाद भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो सकता है लेकिन ऐसे में जनहानि की आशंका नगण्य हैं। उन्होंने कहा कि मास्क वैक्सीन से ज्यादा प्रभावी है इसलिए घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाना नहीं भूलें।

42 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन

एंटी कोरोना वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है और पात्र व्यक्ति अपना क्रम आने पर आवश्यक रूप से वैक्सीनेशन कराएं। उन्होंने कहा कि राज्य में वैक्सीनेशन ड्राइव सुगमता से संचालित की जा रही है और 21 मार्च तक राजस्थान में 42 लाख से अधिक लोगों को एंटी कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। राज्य के सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर नियमित रूप से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। एंटी कोरोना वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगाना अनिवार्य है। इसलिए जिन लाभार्थियों ने पहली डोज लगवाई है वे 28 दिन बाद आवश्यक रुप से दूसरी डोज लगवाएं।

जिला प्रशासन को दिए गए है निर्देश

डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य में नए मिल रहे केसों की संख्या देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी कम है लेकिन फिर भी चिकित्सा विभाग पूर्ण रूप से सतर्क है। जिन जिलों या विशेष क्षेत्रों में कोरोना केसों की संख्या बढ़ रही है वहां जिला प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमत्री प्रतिदिन कोरोना समीक्षा बैठक कर रहे है और लगातार इस विषय पर नजर बनाए हुए हैं

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