दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र आज सुबह चक्रवाती तूफान में बदल गया। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान का गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने का खतरा टल गया है।
यह तूफान गुजरात से 1600 किमी दूर ओमान और यमन की तरफ बढ़ गया है। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए एक फॉर्मूले के अनुसार इस तूफान का नाम ‘तेज ‘ रखा गया है। आईएमडी ने बताया कि शनिवार 21 अक्टूबर की दोपहर 12ः37 बजे कम दबाव का क्षेत्र सोकोट्रा (यमन का आइलैंड) से करीब 600 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था।
अगले 12 घंटे में इसके भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। चक्रवाती तूफान के दौरान 62-88 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती हैं। यदि हवा की रफ्तार अधिकतम 89-117 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाती है तो इसे गंभीर चक्रवाती तूफान कहा जाता है।
यमन-ओमान में कमजोर पड़ सकता है ‘तेज’
आईएमडी के मुताबिक, तेज तूफान 25 अक्टूबर की सुबह अल गैदाह (यमन) और सलालाह (ओमान) से होकर यमन-ओमान के तटीय इलाकों को पार करेगा। हालांकि, निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने यमन-ओमान में चक्रवाती तूफान तेज के कमजोर पड़ने की संभावना जाहिर की है।
अरब सागर में उठने वाला इस साल का दूसरा साइक्लोन
आईएमडी ने बताया कि चक्रवाती तूफान तेज अरब सागर में बिपरजॉय के बाद उठने वाला इस साल का दूसरा साइक्लोन है। मौसम विज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कभी-कभी तूफान पहले से अनुमानित ट्रैक से भटक सकते हैं, जैसा कि चक्रवात बिपरजॉय के मामले में देखा गया था।
बिपरजॉय जून में अरब सागर में बना था और शुरुआत में उत्तर-पश्चिम दिशा में चला गया था। बाद में इसने अचानक दिशा बदली और गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची के बीच इसका लैंडफाल हुआ।