राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों घटनाक्रम तेजी से बदलते दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Dotasara) का वीडियो वायरल होने के बाद अशोक गहलोत सरकार व प्रदेश संगठन ( Pradesh congress organization) में बड़े फेरबदल की अटकले तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि अगस्त की शुरुआत में मंत्रीमंडल में बदलाव हो सकता है। जिसमें कुछ मंत्रियों के पद छीने जाएंगे तो कुछ विधायकों को मंत्रीपद से नवाजा जाएगा।
संगठन को मजबूत करने के लिए जल्द ही जिलाध्यक्षों की भी घोषणा होगी। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मौजूदा मंत्रीमंडल में से छह से सात मंत्रियों को हटाया जा सकता है। वहीं 15 विधायकों को मंत्रीमंडल में शामिल किया जाएगा। शेष बचे विधायकों को राजनीतिक नियुक्तियां दी जाएगी, तो उसके बाद बचे अन्य विधायकों को प्रदेश संगठन में एडजस्ट किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस की सरकार व संगठन में होने वाले बदलाव की अटकलों के बीच कई मंत्रियों की नींद उड़ गई है। विवादों में रहने वाले, मंत्रियों का पोर्ट फोलियेा जाना तय है। इसी तरह जिन मंत्रियों की एआईसीसी तक शिकायते पहुंची है वे भी हटेंगे। खराब परफोरमेंस वाले मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि गांधी परिवार अब कांग्रेस शासित सभी राज्यों में अगले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सत्त्ता व संगठन में परिवर्तन करने का मन बना लिया है।
प्रदेश सरकार के मंत्री, प्रताप सिंह खाचरियावास, प्रमोद जैन भाया, हरीश चौधरी, गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा, सुखराम विश्रोई व भजन लाल जाटव के नामों पर सबकी निगहें टिकी हुई है। गहलोत गुट की तरफ से कांग्रेस के साथ ही निर्दलीय व बसपा से पार्टी में शामिल हुए कई विधायकों को मंत्रीपद मिल सकता है। वहीं सचिन पायलट के गुट के चार वरिष्ठ व एक अन्य विधायक को मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि पूर्व में पायलट गुट की तरफ से मंत्री बने चार विधायकों को अब पायलट अपने कोटे से बाहर करना चाहते है, क्योंकि बगावत के दौरान यह चार मंत्री गहलोत के पाले में चले गए। गहलोत इनमे से दो को पायलट कोटे से मंत्री बनाना चाहते है। यह बात पायलट नहीं मान रहे है।
डोटासरा ने यह क्या कह दिया?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का दो दिन पहले का एक वीडियो वायरल (video viral) हुआ। जिसमें वे कह रहे है कि जो भी काम करवाना है करवा लो, वे दो-पांच दिन के मेहमान है। डोटासरा 24 जुलाई को अजमेर के राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 12वीं के रिजल्ट जारी करने के लिए आए थे।
रिजल्ट जारी करने के बाद डोटासरा बोर्ड अधिकारियों के साथ नाश्ता कर रहे थे, इस दौरान मीडिया के कैमरे चालू थे। जिसमे एक वीडियो रिकार्ड हो गया। वीडियो में बोर्ड अध्यक्ष ने किसी फाइल को लेकर डोटासरा से जिक्र किया। उसी के जवाब में डोटासरा कह रहे है कि मेरे पास एक घंटे फाइल नहीं रुकेगी, आप सोमवार को आ जाओ। एक मिनट नहीं लगाऊंगा। मैं दो-पांच दिन का ही मेहमान हूं। मुझसे जो कराना है करा लो। डोटासरा के बयान के यह मायने निकाले जा रहे है कि कांग्रेस में अब एक नेता एक पद का फार्मूला लागू होगा ओर हाईकमान का संदेश डोटासरा तक पहुंच चुका है।