पहले दिन 6 हजार 236 टन बजरी, 23 वाहन मशीन जब्त, 15 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज
जयपुर। राज्य में बजरी के अवैध खनन, निर्गम और भण्डारण के विरुद्ध राज्य सरकार द्वारा 15 अक्टूबर से शुरू किए गए अभियान के पहले दिन 27 प्रकरण सामने आए हैं। इनमें पुलिस में 15 प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ ही 23 वाहन-मशीन व 6 हजार 236 टन बजरी जब्त की गई हैं।
माइन्स एवं पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य के अतिसंवेदनशील 8 जिलों जयपुर, धौलपुर, जोधपुर, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, टोंक और सवाई माधोपुर में 15 से 31 अक्टूबर तक बजरी के अवैध खनन पर प्रभावी रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान का संचालन जिला कलक्टर के निर्देशन में राजस्व, वन, परिवहन, पुलिस और खान विभाग की संयुक्त टीम द्वारा किया जा रहा है।
अग्रवाल ने बताया कि आरंभिक सूचनाओं के अनुसार अभियान के पहले दिन भीलवाड़ा में बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 हजार 184 टन मौके पर पड़ी बजरी को जब्त किया गया। वहीं 3 वाहन, मशीनरी जब्त करने के साथ ही 8 प्रकरणों में पुलिस में 8 एफआईआर दर्ज कराई गई। चित्तौडग़ढ़ में 40 टन बजरी जब्त करने के साथ 2 प्रकरण दर्ज कर 2 वाहन, मशीनरी जब्त की गई।
जयपुर में 6 प्रकरणों के साथ ही 6 वाहन मशीन की जब्ती की गई। टोंक में अवैध खनन, निर्गमन और भण्डारण के 7 प्रकरणों की 7 एफआईआर दर्ज कराई गई है। टोंक में 8 वाहन मशीनरी की भी जब्त की है। राजसमंद में 3 मामले सामने आए, जिनमें 3 वाहन मशीन और 12 टन बजरी जब्त की गई है। जोधपुर में एक मामला सामने आने के साथ ही एक वाहन मशीन की जब्ती की गई है।
अग्रवाल ने बताया कि अभियान की प्रतिदिन मॉनेटरिंग के साथ ही खान विभाग के पर्यवेक्षणीय अधिकारियों में अतिरिक्त खनि अभियंता जोन, अधीक्षण अभियंता वृत, सतर्कता को अपने अपने क्षेत्राधिकार में अभियान के दौरान निरंतर भ्रमण करते हुए अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अभियान के दौरान बजरी के अवैध खनन, निर्गमन और भण्डारण के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।