जयपुर व्यापार महासंघ ने शादी विवाह में शामिल मेहमानों की संख्या बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
जयपुर व्यापार महासंघ ने राजस्थान में शादी समारोह में मेहमानों की संख्या बढ़ाने की मांग के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। महासंघ ने सवाल उठाया है कि कोरोना के हालात में सुधार के बाद पड़ौसी राज्यों में इस संबंध में गाइडलाइन जारी हो चुकी है, फिर राजस्थान (Rajasthan) में 50 मेहमानों की बाध्यता क्यों है?
महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल व महामंत्री सुरेंद्र बज ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांग की है कि राजस्थान में शादी विवाह में शामिल सदस्यों की संख्या में छूट को बढ़ाया जाए। महामंत्री सुरेन्द्र बज ने बताया कि अभी राजस्थान में प्रशासनिक गाइडलाइन के तहत शादी समारोह में शामिल होने वालों की संख्या 50 तक सीमित की हुई है। कोरोना संक्रमण में राजस्थान में बहुत अच्छा सुधार है व परिस्थितियां धीरे-धीरे सामान्य होती जा रही है। ऐसे में व्यापार कारोबार व आर्थिक गतिविधियां ढंग से चलें इसके लिए अतिआवश्यक है शादी विवाह में शामिल होने वाली सदस्यों की संख्या में परिस्थिति अनुसार परिवर्तन किया जाए।
महासंघ की ओर से मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया कि नवंबर माह से शादी समारोह में शामिल होने वाले सदस्यों की संख्या को आवश्यकतानुसार बढ़ाने की गाइडलाइन शीघ्र जारी करें। पड़ोसी राज्यों में इस संबंध में निर्णय लिया जा चुका है व गुजरात (Gujarat) में शादी विवाह में शामिल होने वाले सदस्यों की संख्या को 400 तक बढ़ाया गया है।
नवंबर माह में दीपावली व उसके बाद शादियों (marriages) के काफी मुहूर्त है। जयपुर व्यापार महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश केडिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश सैनी, उपाध्यक्ष कैलाश मित्तल, चंद्र कुमार रुपाणी ने मांग की है की सरकार शादी विवाह में शामिल होने वाले सदस्यों की संख्या को बढ़ाने की गाइडलाइन शीघ्र जारी करें, क्योंकि इससे प्रदेशभर में होटल, टेन्ट, कैटरिंग, हलवाई, बैंड बाजा, लवाजमा, इवेंट व अन्य सभी व्यवसाय से जुड़े लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं।