धर्मवाराणसी

ज्ञानवापी का तहखाना खोला गया…जानिए आखिर क्या-क्या मिला एएसआई को !

वाराणसी की ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम सर्वे कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुस्लिम पक्ष इस सर्वे में शामिल है। उसने ही मस्जिद का ताला खोला। वहीं, हिंदू पक्ष के वकील ने बताया कि तहखाना खोल दिया गया है। मुस्लिम पक्ष सर्वे में सहयोग कर रहा है।
ज्ञानवापी में शनिवार को दूसरे दिन एएसआई पूरे परिसर का सर्वे कर रही है। इस दौरान मस्जिद के केयरटेकर एजाज अहमद ने कहा कि आज मस्जिद ताला खोला गया है। एएसआई की टीम मस्जिद में प्रवेश के लिए गई, वजूखाने को छोड़कर मस्जिद के अंदर भी सर्वे हो रहा है। वहीं, हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि व्यासजी का तहखाना खोल दिया गया है। सर्वे को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा है। मुस्लिम पक्ष पूरी तरीके से सहयोग कर रहा है। अभी तक के सर्वे में किसी भी तरीके की अड़चन या दिक्कत नहीं आई है।
पहले नहीं दी थी चाबी
इससे पहले यह सूचना आई थी कि मुस्लिम पक्ष ने अपने कब्जे का तहखाना खोलने के लिए से मना कर दिया था। मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज अहमद ने ज्ञानवापी परिसर से बाहर निकलने के बाद कहा था कि हम लोग सर्वे का पूरा सहयोग कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हम तहखाने की चाबी क्यों दें उनको, जहां खोलना है, वह खोल लेंगे? उन्होंने बताया कि एएसआई टीम अभी ऊपर के हिस्से का सर्वे कर रही है।
तहखाने में मलबा और गंदगी
शुक्रवार को भी तहखाने में सर्वे की कार्यवाही नहीं हो पाई थी, क्योंकि किसी मुस्लिम पक्ष ने ताला नहीं खोला था और चाबी भी नहीं दी थी। जानकारी के मुताबिक तहखाने में गंदगी और मलबा का ढेर होने की वजह से अभी लंबाई-चौड़ाई मापने का काम शुरू नहीं हो पाया है इसलिए तहखाना खोलकर उसकी सफाई की जानी थी।
दलील खारिज सर्वे में शामिल हुआ मुस्लिम पक्ष
एएसआई के सर्वे में शामिल होने से पहले अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेट्री मोहम्मद यासीन ने कहा कि हम कानूनी प्रक्रिया का इंतजार कर रहे थे। अब जब कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया तो हम एएसआई सर्वे में पूरा सहयोग करेंगे। 4 अगस्त हो हुए सर्वे में मुस्लिम पक्ष का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ था। वहीं, हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन के अनुसार वाराणसी के जिला जज के न्यायालय ने एएसआई सर्वे की मियाद बढ़ाकर 4 हफ्ते कर दी है।
दूसरे दिन 7 घंटे चला सर्वे
5 अगस्त को एएसआई ने करीब 7 घंटे सर्वे किया। सर्वे में ज्ञानवापी परिसर के चारों ओर बाहरी हिस्सों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी हुई। त्रिशूल, स्वास्तिक, घंटी, फूल जैसी आकृतियों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई। सर्वे में ज्ञानवापी की दीवारों, गुंबद और खंभों पर बने चिह्नों को रिकॉर्ड किया गया। हर आकृति की निर्माण शैली, उसकी प्राचीनता आदि की जानकारी दर्ज की गई।
मस्जिद को न छूआ जाए: सुप्रीम कोर्ट
ज्ञानवापी मामले में शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया था, जिसमें एएसआई को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में वैज्ञानिक सर्वे करने की अनुमति दी गई थी। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने यह भी आदेश दिया है कि एएसआई सर्वे के दौरान मस्जिद को छुआ न जाए और कोई खुदाई न हो।

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