तेल अवीवसेना

गाजा में हमास का काल बन रही सीक्रेट यूनिट 504

इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस बीच इजरायली डिफेंस फोर्स की सीक्रेट यूनिट-504 चर्चा में आ गई है। यह यूनिट इस समय इजरायली सैनिकों को गाजा में मदद मुहैया करा रही है। यह मोसाद और इजरायल की बाकी इंटेलिजेंस एजेंसियों से अलग है।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इजरायल ने उत्तरी गाजा के ज्यादातर हिस्सों को कब्जे में ले लिया है। इस बीच इजरायली डिफेंस फोर्स की यूनिट 504 की भूमिका का खुलासा हुआ है। यह एक जासूसी यूनिट है, जिसने आतंकवादी और सैन्य उद्देश्य के लिए हमास के अस्पतालों के दुरुपयोग की रिपोर्ट दी। इस यूनिट ने इजरायल को अस्पताल में मदद दी। लेकिन आखिर यह यूनिट इजरायली सिक्योरिटी एजेंसी और मोसाद से अलग कैसे है? आइए जानें इसके बारे में।
आईडीएफ हमेशा से बाजीगर था। मानव जासूसी समेत उसके पास सभी बड़े हथियार थे, जो इजरायल की रक्षा करते थे। 1973 में योम किप्पुर युद्ध के बाद यह साफ हो गया कि इजरायली डिफेंस फोर्स की इेंटेलिजेंस मिस्र और सीरिया के हमलों का पता लगाने में नाकाम रही है। तब सरकार ने मोसाद और शिन बेट को मजबूत करना शुरू किया। इसका लक्ष्य था कि कई एजेंसियां कई तरह की जानकारी इकट्ठा करेंगी। अगर एक चूक भी जाती है तो दूसरी खतरे का पता लगा लेंगी। 7 अक्टूबर 2023 तक हमास के हमले से पहले यह कामयाब भी रहीं।
इंटेलिजेंस फेलियर आया सामने
7 अक्टूबर को हमास ने अचानक इजरायल पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद से ही लगातार इंटेलिजेंस फेलियर की बात हो रही है। एक समय मोसाद और शिन बेट लेबनान में सक्रिय थीं। यूनिट 504 भी एक समय यहीं थी। बाद में, मोसाद का फोकस ईरान और इंटरनेशनल आतंकियों पर हो गया। वहीं, शिन बेट को गाजा से जुड़ी विशेषज्ञता मिली। यूनिट 504 ने गाजा के अपने जासूसों को शिन बेट के हवाले कर पूरा फोकस लेबनान पर लगा दिया। सोमवार को यूनिट 504 ने बताया कि एक बार फिर चीजें बदल गई हैं।
मोसाद से कैसे अलग है?
7 अक्टूबर के हमले के बाद यूनिट-504 ने अपनी ताकत दोगुनी कर दी और गाजा में फिर एक्टिव हो गई। यूनिट 504 के लक्ष्य मोसाद और शिन बेट की तुलना में रणनीतिक रूप से छोटे होते हैं। इसके साथ ही चल रहे सैन्य अभियानों में यह काम करती है। यूनिट 504 गिरफ्तार किए गए आतंकियों या उनके समर्थकों से पूछताछ कर सकती है, ताकि सैनिकों को सुरक्षित आगे बढ़ने में मदद मिल सके। वही शिन बेट बड़े स्तर की जानकारी इकट्ठा करती है। मोसाद दुनिया के देशों में एजेंट्स के जरिए ऑपरेशन अंजाम देती है और ज्यादातर फोकस ईरान पर रखती है।

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