कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश में ऑक्सीजन की काफी किल्लत हुई थी। ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की जान चली गई। तीसरी लहर में ऐसी विकराल स्थिति दोबारा न हो इसके लिए सरकार प्रदेश में बड़े स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र (Oxygen Generation Plants) लगवा रही है।
जयपुर (Jaipur) शहर के 8 सरकारी हॉस्पिटलों में 1575 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन जनरेशन की कैपेसिटी के 11 प्लांट लगाए जा रहे हैं। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की ओर से लगाए जा रहे इन 11 प्लांट्स में से 3 में शुरू हो गए हैं। इन प्लांट्स की पिछले दिनों टेस्टिंग की गई थी, जिसमें तीनों सभी प्लांट में कैपेसिटी के अनुरूप ऑक्सीजन का उत्पादन होने लगा है।
जेडीए अधिकारियों के मुताबिक, प्राण वायु प्रोजेक्ट के तहत यह 11 प्लांट्स जयपुर के अलग-अलग हॉस्पिटल में लगाए जा रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा 4 प्लांट्स सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (SMS) में लगाए गए है। 150 सिलेंडर उत्पादन की कैपेसिटी के इन प्लांट्स में से 2 प्लांट की टेस्टिंग का काम पूरा हो गया है।
इसके अलावा एक प्लांट सैटेलाइट(Satellite) हॉस्पिटल सेठी कॉलोनी में लगाया गया है, जिसकी ऑक्सीजन उत्पादन की कैपेसिटी 75 सिलेंडर प्रतिदिन की है। जेडीए ने इन सभी ऑक्सीजन प्लांट्स को लगाने के लिए इसी महीने के अंत तक का समय दिया है।
जेडीए अधिकारियों के मुताबिक जयपुर के 8 सरकारी हॉस्पिटल में ये 11 प्लांट्स लगाए जाने है। इसमें 4 एसएमएस अस्पताल में है। इसके अलावा शास्त्री नगर टीबी हॉस्पिटल, हरिबक्श कावंटिया हॉस्पिटल, महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट, जनाना हॉस्पिटल चांदपोल, जे.के. लोन हॉस्पिटल जेएलएन मार्ग और राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एण्ड साइंसेज प्रताप नगर में लगाया जा रहा है।
इसमें सैटेलाइट हॉस्पिटल सेठी कॉलोनी में जो प्लांट लगाया जा रहा है वह 75 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन क्षमता का है, जबकि शेष सभी हॉस्पिटलों में 150-150 कैपेसिटी के प्लांट लगाए जा रहे हैं।