कोरोनाजयपुर

मरीज के परिजनों की उपस्थिति में ही लगेगा रेमडेसिविर (remdesivir) इंजेक्शन

रेमडेसिविर ( remdesivir) इंजेक्शन की कालाबाजारी और चोरी को देखते हुए प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मान सिंह अस्पताल में नई व्यवस्था लागू की गई है। इस आदेश के तहत अब अस्पताल में मरीज के परिजनों की उपस्थिति में ही रेमडेसिविर ( remdesivir) इंजेक्शन लगाया जाएगा।

इस संबंध में अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा ने निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देशों के अनुसार रेमडेसिविर में पारदर्शिता के लिए उपचार कर रहे चिकित्सक के परामर्श के बाद संबंधित मरीज को लगाया जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को मरीज अथवा उसके परिजनों के सामने ही दिखाकर खोला जाए और मरीज को लगाया जाए। इंजेक्शन लगाने के बाद निडल और सिरींज को सोल्यूशन में डिजॉल्व कर खाली वायल को पुन: मरीज अथवा उसके परिजनों को दिखाया जाए। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिजनों से वार्ड में संधारित रिकार्ड में हस्ताक्षर प्राप्त किए जाएं और खाली वायल को पुन: स्टोर में जमा कराया जाए।

आरयूएचएस एवं एसएमएस अस्पताल में जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम स्थापित
जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने जिले में कोविड संक्रमितों की संख्या में निरन्तर वृद्धि को देखते हुए आरयूएचएस, सवाई मानसिंह अस्पताल के चरक भवन में ‘राउण्ड द क्लॉक’ कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। आरयूएचएस अस्पताल में स्थापित कन्ट्रोल रूम के नम्बर 0141-2792251 एवं 0141-2922281 हैं। चरक भवन, सवाई मानसिंह अस्पताल में स्थापित कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0141-2569898 एवं 0141-2569899 है।

इस सम्बन्ध में जारी आदेशों के अनुसार दोनों कन्ट्रोल रूम पर प्रात: 6 से दोपहर 2 बजे, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे एवं रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक तीन पारियों में वरिष्ठ आरएएस अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। आरयूएचएस में स्थापित कन्ट्रोल रूम के समग्र प्रभारी महाप्रबन्धक राजकॉम इंफ्रो सर्विसेज लिमिटेड जयपुर कनिष्क सैनी हैं। इसी प्रकार एसएमएस अस्पलात चरक भवन में स्थापित कन्ट्रोल रूम के प्रभारी उप शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग जयपुर गोपाल सिंह रहेंगे। दोनों कन्ट्रोल रूम पर एक-एक आरक्षित टीम भी लगाई गई है।

आदेशानुसार नियुक्त अधिकारी एवं कार्मिक कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली समस्त शिकायतों जैसे बैड्स की उपलब्धता, ऑक्सीजन की सप्लाई एवं दवाइयों की आपूर्ति इत्यादि को शिकायत पुस्तिका में दर्ज कर उनके शीघ्रता से निस्तारण की व्यवस्था करेंगे। सभी संबंधित दायित्वाधीन अधिकारी अन्य सभी संबंधित अधिकारियों एवं विभागों से संपर्क एवं समन्वय बनाए रखते हुए प्रभावी तरीके से कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।

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