जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) में लगातार बढ़ रहे कोरोना (corona) केस और ओमिक्रॉन वेरिएंट के मरीज मिलने पर चिकित्सा विभाग (Medical Department) ने जिला कलेक्टरों (District Collectors) को आवश्यक दिशा निर्देश देकर कार्रवाई को कहा है। चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने सोमवार को इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 24 दिसंबर को ली गई कोविड समीक्षा बैठक के निर्देशानुसार यह दिशा निर्देश (instructions)जारी किए जा रहे हैं।
इसके तहत सभी जिला कलेक्टर कोरोना केसेज की प्रतिदिन समीक्षा करें और मरीजों की प्रभावी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और आइसोलेशन की व्यवस्था की जाए। सभी जिलों में दस लाख लोगों पर न्यूनतम 500 सैम्पल लक्ष्य रखते हुए सैम्पल लिए जाएं। स्थानीय आवश्यकता और प्रकरणों की संख्या को देखते हुए इसमें वृद्धि की जाए।
कलेक्टर्स को निर्देश दिया गया है कि किसी क्षेत्र विशेष में पॉजिटिविटी दर अधिक होने पर सैम्पलिंग को बढ़ाकर समस्त रोगियों की पहचान की जाए और उनका आईसोलेशन सुनिश्चित किया जाए। जिला कलेक्र्स विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण से अभी तक वंचित नागरियों को प्रथम व द्वितीय डोज लगाया जाना सुनिश्चित करें। टीकाकरण की आवश्यकता के बारे में जागरुकता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। कोविड समुचित व्यहार के लिए भी जागरुकता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं और विभिन्न संगठनों को इस कार्य में भागीदार बनाया जाए। मास्क के ज्यादा से ज्यादा उपयोग पर भी जागरुकता बढ़ाई जाए।
तीसरी वेव की तैयारियों के लिए सभी जिलों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, नवीन ऑक्सीजन बेड्स आदि की उपलब्धता व उनके चालू होने की स्थिति की समीक्षा की जाए। इस संबंध में मॉकड्रिल भी किया जाए। तैयारियों के लिए निजी चिकित्सालयों के साथ भी बैठक की जाए। जिला औषधि भंडार में कोविड इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा भी सभी जिला कलेक्टर्स करें।