जयपुर। प्रदेश में निराश्रित नर गोवंश के सार्वजनिक स्थलों पर बढ़ती संख्या से उत्पन्न समस्या के निराकरण के लिए राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई नंदी गौशाला जन सहभागिता योजना के तहत हिंगोनिया गोशाला में भी नंदीशाला का निर्माण किया जाएगा।
नंदी शाला के निर्माण के लिए मंगलवार, 23 फरवरी को नगर निगम ग्रेटर आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव की अध्यक्षता में चेयरमैन जिला गोपालन समिति, नगर निगम ग्रेटर और श्रीकृष्ण बलराम ट्रस्ट के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमति बन गई है। हिंगोनिया गौशाला में बनने वाली नंदीशाला करीब 50 लाख रुपए की लागत से बनेगी।
सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप इसमें 90 फीसदी हिस्सेदारी सरकार की होगी और 10 फीसदी हिस्सेदारी कृष्णबलराम ट्रस्ट की होगी। ऐसे में नंदीशाला के निर्माण में पशुपालन विभाग 45 लाख का खर्च वहन करेगा, वहीं 5 लाख रुपए का खर्च कृष्णबलराम ट्रस्ट की ओर से किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार नगर निगम की ओर से पकड़े जाने वाले नर गोवंश को अभी गोशाला के एक बाड़े में रखा जाता है लेकिन नंदीशाला के निर्माण के बाद शहर से बड़े स्तर पर नर गोवंश को पकड़कर हिंगोनिया गोशाला भिजवाया जाएगा।
500 किलो वाट का सोलर प्लांट लगाने पर सहमति
आयुक्त यज्ञमित्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में गोशाला में 300 किलोवॉट का इलेक्ट्रिक कनेक्शन है। आईओसीएल द्वारा गोशाला में बॉयोगैस प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। अगले चार महीनों में यह प्लांट भी शुरू हो जाएगा। इस प्लांट के संचालन के लिए करीब 200 किलोवॉट विद्युत कनेक्शन की आवश्यक्ता होगी। ऐसे में गौशाला की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 550 किलोवॉट का सोलर प्लांट यहां स्थापित किया जाएगा। सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए स्मार्ट सिटी को प्रस्ताव भेजा जाएगा।