इस साल शुक्रवार 24 मई को मध्यरात्रि 3 बजकर 16 मिनट पर सूर्य ने रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया। इसके साथ ही देश में नौतपा शुरू गया। नौतपा यानी प्रचंड गर्मी वाले दिन.. यही नहीं इस बार सूर्य को गुरु का साथ मिलने से नौतपा और भी गरम व झुलसाने माना जा रहा है। इस बार 24-25 मई से शुरू होने वाले नौतपा 2 जून को समाप्त होगा। बता दें कि सूर्य अभी वृष राशि में गोचर कर रहे हैं और यहां इनको गुरु का भी साथ मिल रहा है। गुरु भी 1 मई को ही वृषभ राशि में आ चुके हैं। गुरु और सूर्य का यह संयोग गर्मी के मौसम में तपिश को और बढ़ाने वाला है। इस तरह अबकी बार नौतपा में सूर्य देव लोगों को परेशान करने वाले हैं। परेशानी इतनी बढ़ चुकी है कि नौतपा शुरू होने से पहले ही भीषण गर्मी के चलते राजस्थान में पांच, हरियाणा में दो और मध्य प्रदेश में चार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसान देश के 10 सबसे गर्म शहरों की बात करें तो इनमें राजस्थान के छह शहर शामिल हैं। बाड़मेर में तो पारा 48.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अन्य शहरों में भी तापमान 47 डिग्री से ऊपर चल रहा है। व्हाट्सएप पर बीकानेर के सीमावर्ती क्षेत्र में भीषण गर्मी के दौरान गर्म रेत में लोग पापड़ सेंककर प्रचंड गर्मी होने की जानकारी शेयर कर रहे हैं। इस बीत तीव्र गर्मी वाले दिन यानी नौतपा की शुरुआत होने जा रही है। शुक्रवार को फलौदी 40 डिग्री पर पहुंच गया।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि नौतपा वाले दिनों में राजस्थान में कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है। मौसम विभाग ने राजस्थान, पंजाब व गुजरात में लू और केरल में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व गुजरात में गर्मी, जबकि तमिलनाडु में बारिश को लेकरऑरेंज अलर्ट है। देश में केवल सिक्किम व अरुणाचल ऐसे राज्य हैं, जिनके लिए विभाग ने चरम मौसम से जुड़ा कोई अलर्ट जारी नहीं किया है।
नयी दिल्ली में बृहस्पतिवार को तापमान में करीब दो डिग्री सेल्सियस की कमी आई थी और इससे लोगों को भीषण गर्मी से मामूली राहत मिली। राजधानी में बुधवार को अधिकतम तापमान 43.4 दर्ज किया गया था। हालांकि, मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार रहने का अनुमान है। वहीं, न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। शनिवार से लेकर सोमवार तक के लिए लू का ऑरेंज अलर्ट है।
राहत की बात
ज्योतिषियों का कहना है कि रोहिणी तपती है तो उस समय हवा, तूफान, आंधी व बादल आते हैं। नौतपा के दौरान 9 दिन में अच्छी बरसात हो जाती है तो आने वाला समय व वर्ष धन धान्य व फसल होने की अच्छी संभावना वाला रहता है। इसे रोहिणी का गलना कहते है। अगर बारिश ना हो तो अकाल का साया पड़ने की संभावना रहती है. हालांकि हमेशा यह देखने को मिलता है कि नौतपा में कम से कम हल्की बारिश तो जरूर होती है