ब्रिटेन ने 2 दिसंबर को अमरीकी दवा कंपनी फाइजर और उसकी जर्मनी की सहयोगी कंपनी बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। अगले सप्ताह से इस वैक्सीन को पूरे देश में उपलब्ध कराया जाएगा। कोरोना की जबर्दस्त मार को झेल रहे ब्रिटेन के लोगों को इस खबर से बड़ी राहत मिली है। हालांकि इस वैक्सीन को शून्य से 70 डिग्री नीचे तापमान में भंडारण करना पड़ता है लेकिन फाइजर के मुताबिक यह वैक्सीन 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में 94 फीसदी तक कारगर है।
हर व्यक्ति को मिलेगी दो डोज
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कहना है कि फाइजर की यह कोविड वैक्सीन पूरे देश में अगले सप्ताह से उपलब्ध कराई जाएगी। ब्रिटेन ने फाइजर के वैक्सीन की चार करोड़ डोज का ऑर्डर पहले ही दे दिया था। हर व्यक्ति को वैक्सीन की दो डोज़ दी जाएंगी। इसका मतलब की अभी दो करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के कारण ब्रिटेन में करीब 59 हजार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
ब्रिटेन के इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान
ब्रिटेन के चिकित्सा नियामक, मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेग्युलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) के मुताबिक फाइजर और बायोएनटेक की कोविड -19 वैक्सीन बीमारी के खिलाफ 95 फीसदी तक असरदार है और सामूहिक टीकाकरण के लिए सुरक्षित है। एनएचएस के मुख्य कार्यकारी साइमन स्टीवंस ने बताया कि ब्रिटन की स्वास्थ्य सेवा देश के इतिहास में सबसे बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान की तैयारी कर रही है। इसके लिए 50 अस्पताल स्टैंडबाई पर हैं और टीकाकरण केंद्र स्थापित किये जा रहे हैं।
दवा का नहीं है कोई साइड इफेक्ट
अमरीकी दवा कंपनी फाइजर ने जर्मनी की बायोएनटेक के साथ मिलकर यह वैक्सीन तैयार की है। फाइजर का दावा है की उसने कोरोना वायरस के खिलाफ 95 फीसदी असरदार टीका विकसित किया है और उसका कोई परोक्ष प्रभाव (साइड इफेक्ट) भी नहीं दिखा है। फाइजर उन दवा कंपनियों में से हैं, जिन्होंने तीसरे चरण के अध्ययन के अंतरिम नतीजे जारी किए हैं। उल्लेखनीय है कि फाइजर ने वैक्सीन का 43 हजार वॉलंटियर्स पर परीक्षण किया था।