पायलट ने जल परियोजना के लिए, जोशी ने निजी अस्पतालों की लूट की ओर ध्यान दिलाया
जयपुर। राजस्थान के दो वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राज्य में अपनी-अपनी चिट्ठियों के कारण इन दिनों चर्चाओं में । एक हैं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रमुख सचिन पायलट तो दूसरे हैं मुख्य सचेतक महेश जोशी। सचिन पायलट ने तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखकर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग की है। और दूसरी ओर, जोशी ने खुद मुख्य सचेतक महेश जोशी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर निजी अस्पताल की लूट के बारे में उन्हें सावचेत किया है
जिसमें उन्होंने जानकारी दी है कि कोविड-19 के इलाज के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से तय राशि के बावजूद निजी अस्पताल अनाप-शनाप फीस वसूल रहे हैं। सरकार निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। कोविड मरीजों से अन्य बीमारी या सुविधा के नाम पर राशि लूटी जा रही है।
पायलट की चिंता सतही जल
पायलट ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि राजस्थान का क्षेत्रफल देश के क्षेत्रफल का 10 फीसदी आबादी देश की आबादी की 5.5 फीसदी है। जबकि यहां सतही जल पूरे देश का मात्र 1.16 फीसदी है। राजस्थान के 295 ब्लॉक में से 245 ब्लाक डार्क और क्रिटिकल हो चुके हैं। इसलिए यहां जल आपूर्ति की समस्या का स्थाई समाधान काफी हद तक ईआरसीपी परियोजना के तहत हो सकता है।
महेश जोशी ने भी चेताया
जोशी ने गहलोत को लिखे पत्र में कहा है कि यद्यपि राज्य के सभी निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को सस्ता इलाज मिले इसके लिए भले ही राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हो, लेकिन उसकी यह रणनीति फेल होती दिखाई दे रही है। जोशी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से तय राशि के बावजूद निजी अस्पताल बहुत अधिक धन वसूल रहे हैं। सरकारी निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। कोविड-19 मरीजों से अन्य बीमारी या सुविधा के नाम पर भारी-भरकम राशि लूटी जा रही है।