जयपुर। राजधानी जयपुर में इन दिनों होर्डिंगफाड राजनीति (Politics of Hoardings tearing) शुरू हो गई है। कुछ समय पूर्व हवामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक और मुख्य सचेतक महेश जोशी के जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं ने वर्ल्ड हेरिटेज सिटी को बधाई के होर्डिंगों से पाट दिया था। तब नगर निगम हेरिटेज ने इन होर्डिंगों को उतरवाया था। अब दो दिन पूर्व नगर निगम जयपुर हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर का जन्मदिन था और उपमहापौर असलम फारुकी ने बड़ी चौपड़ पर महापौर के होर्डिंग लगवा दिए थे, जिन्हें शुक्रवार को मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष युनुस चोपदार और इकरामुद्दीन टीपू व उनके साथियों ने हटाकर फाड़ (Torn) दिया।
चोपदार ने बताया कि जब जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोडेंगे, तो जनता अपनी जिम्मेदारी जरूर निभाएगी। चौपदार ने बताया कि जोशी के होर्डिंग हटाने के लिए 17 सितंबर को खुद मुख्य सचेतक महेश जोशी, महापौर मुनेश गुर्जर, उपमहापौर असलम फारुखी और आयुक्त अवधेश मीणा ने होर्डिंग उतारने की नौटंकी कर, हैरिटेज के संरक्षण का जबरदस्त ढोंग किया। आयुक्त अवधेश मीणा ने पत्रकारों को कहा था कि अवैध होर्डिंग्स के विरुद्ध अभियान चलाया जायेगा। अब 10 दिन बाद ही हैरिटेज मुख्यालय के बाहर बड़ी चौपड पर महापौर के जन्मदिन के होर्डिंग कैसे लग गया? यह शहर के हेरिटेज के साथ बेहद शर्मनाक है, क्योंकि पर्यटक यहां हैरिटेज को देखने आते हैं, होर्डिंगों को नहीं।
चोपदार ने बताया कि मुस्लिम परिषद ने 29 सितंबर को कागजी महापौर व अन्य जिम्मेदारों को मामले की शिकायत करके मांग रखी थी कि 30 सितंबर तक होर्डिंग हटाने की कार्रवाई करें ंअन्यथा वे स्वयं होर्डिंग हटाएंगे। चौपदार ने आरोप लगाया कि महापौर से जुडा मामला होने के कारण अधिकारी होर्डिंग हटाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्होंने एक जागरूक व जिम्मेदार नागरिक की तरह अपनी जिम्मेदारी समझते हुए होर्डिंग हटा दिया है।