राजस्थान में चुनावी मौसम के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। ईडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को समन भेजा है। ईडी ने उन्हें 27 अक्टूबर यानी आज पूछताछ के लिए बुलाया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैभव ने समय मांगा है। ऐसे में अब वैभव 30 अक्टूबर को ईडी के सामने पेश होंगे। ईडी एफईएमए से जुड़े एक मामले में उनका बयान दर्ज करेगी।
वैभव गहलोत ने कहा है कि वह ईडी के हर सवाल का जवाब देंगे। वैभव गहलोत को फेमा से जुड़े एक मामले में नोटिस भेजा गया है। सूत्रों के मुताबिक राजस्थान टूरिज्म से जुड़े ट्राइटंस होटल एंड रिजॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड तथा वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नाम के दो ग्रुप पर मनी लांड्रिंग के जरिए ज्ञात सोर्स से अधिक राशि जुटाने के आरोप लगे थे। इस मामले में सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की कंपनी पर शैल कंपनियों से 100 करोड़ रुपये मॉरीशस भेजने के आरोप है।
जून में भाजपा सांसद ने उठाया था मामला
बता दें कि इसी साल जून में बीजेपी की ओर से इस मामले को उठाया गया। राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने इस मामले की शिकायत ईडी से की। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब वैभव गहलोत पर इस मामले के आरोप लगे हैं। इससे पहले 2012 में भी वैभव गहलोत पर आरोप लगे थे। 2015 में ईडी ने इस मामले की जांच भी शुरू की। आरोप है कि वैभव के बिजनेस पार्टनर रतनकांत शर्मा ने मार्च 2007 में ट्राइटन होटल्स एंड रिसोर्ट प्रा. लि. कंपनी रजिस्टर कराई थी। इस कंपनी में अप्रैल 2007 में 100 रुपये कीमत वाले 2 लाख 27 हजार शेयर रतन और उसकी पत्नी जूही के नाम थे। इन शेयर में से कुछ को मॉरीशस की कंपनी शिवनार होल्डिंग्स को 39 हजार 900 प्रीमियम पर दिए गए।
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