जयपुर। राजस्थान सरकार ने अपने पूर्व के आदेश में संशोधन करते हुए नए आदेश जारी किए हैं, जिसके मुताबिक राजस्थान में अब 30 नवंबर तक स्कूल, कॉलेज, कोचिंग व अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। इससे पूर्व 1 नवंबर को जारी आदेश के मुताबिक 16 नवंबर तक इन्हें बंद रखने के आदेश थे। सरकार ने कोविड-19 के तीव्र होते संक्रमण के मद्देनजर ये आदेश दिए हैं। उधर, फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान ने सरकार को चेतावनी दी है कि फीस मामले पर राजस्थान सरकार ने दो दिन में ठोस फैसला नहीं लिया तो, राज्यभर में चक्का जाम किया जाएगा।
16 नवंबर तक स्कूल बंद रखने के आदेश में संशोधन
राजस्थान के गृह विभाग के शासन सचिव एनएल मीना ने आदेश में कहा है कि 1 नवंबर को प्रदेश में स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान तथा नियमित कक्षा गतिविधियां 16 नवंबर 2020 बंद रहने का आदेश दिया गया था। अब राज्य सरकार के पिछले आदेश में फेरबदल करते हुए 30 नवंबर तक उपरोक्त आदेश प्रभावी रखने का फैसला लिया गया है। इस तरह अब राजस्थान के सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और अन्य शैक्षणिक गतिविधियां 30 नवंबर तक बंद रहेंगी।
निजी स्कूल संचालकों का दो दिन का अल्टीमेटम
उधर, फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान के प्रतिनिधि दो सप्ताह से आमरण अनशन बैठे हैं। पोरम की ओर से कहा या है कि सरकार की ओर से किसी प्रकार की बातचीत की पहल नहीं की गई है। फोरम की ओर से सरकार को दो दिन का समय दिया गया है कि उनकी मांगे मान ली जाएं अन्यथा प्रदेश भर में चक्का जाम किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में सरकार ने अभिभावकों की मांग पर निजी स्कूलों द्वारा फीस लेने पर रोक लगा दी है। इसके विरोध में निजी स्कूल संचालकों की फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान ने 5 नवंबर से ऑनलाइन चल रही कक्षाएं भी अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की थी। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि फीस का मुद्दा कोर्ट में लंबित है। इस स्थिति में 7 सितंबर 2020 को हाईकोर्ट की एकलपीठ द्वारा जारी आदेश को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। अभिभावकों को नवंबर की बकाया फीस जमा करवाने के लिए कहा जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो राज्य सरकार इन सभी निजी स्कूलों को आर्थिक पैकेज प्रदान करें ताकि वे अपने कर्मचारियों को वेतन दे सकें।