जयपुर। पीएचडी राजस्थान चैप्टर द्वारा उद्योगों में बिल्डिंग बॉयोलॉजी द्वारा विकास एवं समृद्धि लाने हेतु वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार के मुख्य अतिथि राजस्थान आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा ने बिल्डिंग बॉयोलॉजी विज्ञान की प्रासंगिकता एवं उपयोगिता की सराहना करते हुए कहा की इसके द्वारा उद्योगों, घरों एवं अन्य सामुदायिक संपत्तियों, भवनों में सकारात्मक वातावरण स्थापित होगा जिससे उद्योगों में वृद्धि एवं वहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य एवं समृद्धि में अनुकूल प्रभाव होगा।
अरोड़ा ने एक सकारात्मक पहल करते हुए घोषणा की कि आवासन मंडल आने अपनी आने वाली प्रतिष्ठित परियोजनाओं एवं वर्तमान में मौजूदा संपत्तियों का बिल्डिंग बायोलॉजिस्ट द्वारा ऑडिट कराएगा एवं इस विज्ञान को अपनी प्लानिंग में समावेषित करेगा।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में साकेत डालमिया, उपाध्यक्ष, पीएचडी चैम्बर ने वर्तमान परिस्थितियों में एक ऐसे वातावरण की जरुरत पर प्रकाश डाला जिसमे व्यक्ति खुशी पूर्वक अपना समय व्यतीत कर सके एवं कार्यक्षेत्र में समृद्धि प्राप्त कर सके। बिल्डिंग बॉयोलॉजी के सिद्धांतों द्वारा यह संभव हो सकेगा।
वेबिनार के मुख्य वक्ता आर्किटेक्ट मयंक बडज़ात्या ने बिल्डिंग बॉयोलॉजी विज्ञान के सिद्धांतों एवं अन्य पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा की इस विज्ञान के द्वारा वर्तमान में व्याप्त विभिन्न बिमारियों, मानसिक तनाव एवं बढ़ते हुए रेडिएशन के दुष्परिणामों को सफलता पूर्वक नियंत्रित किया जा सकता है और एक सकारात्मक एवं खुशहाल वातावरण स्थापित किया जा सकता है।
श्री दिग्विजय ढाबरिया, अध्यक्ष, पीएचडी चैम्बर राजस्थान चैप्टर ने कहा की पीएचडी चैम्बर उद्योगों के उत्थान एवं विकास के लिए निरंतर कार्यशील है और आज की बिल्डिंग बॉयोलॉजी विज्ञान पर आधारित वेबिनार निश्चित रूप से उद्योगों एवं अन्य व्यक्तियों के लाभकारी सिद्ध होगी। वेबिनार में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इंजीनियर वोफांग प्रिगन ने जर्मनी से शिरकत हुए इस विज्ञान के तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।