राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री धर्मेन्द्र राठौड ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय की सहआचार्य डॉ मधु जैन की पुस्तक ग्रामीण पर्यटन अवधारणा विकास एवं परिदृश्य का विमोचन किया। इस पुस्तक में ग्रामीण क्षेत्र में नैर्सिगक सौंदर्य रहन-सहन, खानपान, सभ्यता, संस्कृति, लोक कला, नृत्य, संगीत, ऐतिहासिक स्मारक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक स्थलों की विवेचना की गई है।
इस मौके पर राठौड़ ने कहा कि भारत आने वालों के लिए जरूरी है कि वे यहां के गांवों को देखें और समझें। ऐसा इसलिए क्योंकि वास्तविक भारत गांवों में बसता है। भारत को समझना है तो यहां के गांवों को देखना और समझना चाहिए। राठौड़ ने कहा कि मधु जैन की पुस्तक इसी बात को समझाती है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण पर्यटन गांव के सुकून की वास्तविकता से पर्यटकों को रूबरू करवाता है और यही वजह है कि राजस्थान सरकार ग्रामीण पर्यटन के विकास के लिए प्रयासरत है। पर्यटन विकास निगम ने जल, थल और नभ में कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं। राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारतीय एवं राजस्थानी संस्कृति मान मनुहार के लिए विश्व में विशेष रुप से अनूठी पहचान रखती है।
उल्लेखनीय है कि डॉ मधु जैन द्वारा रचित पुस्तक की पाण्डुलिपी को पर्यटन मंत्रालय केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर अन्य जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं गणमान्य जन उपस्थित रहें।