भारत की नई एयरलाइन शंख एयर को वाणिज्यिक संचालन शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। हालांकि आधिकारिक रूप से उड़ान भरने से पहले एयरलाइन को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से भी अनुमति प्राप्त करनी होगी लेकिन मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद महानिदेशालय से अनुमति मिलना सिर्फ औपचारिकता भर रह गया है।
इस एयरलाइन के बाजार में प्रवेश से उन क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में काफी सुधार होने की उम्मीद है, जो वर्तमान में हवाई यात्रा से की सीमित उड़ानों का ही लाभ उठा पा रहे है। इस एयरलाइन के शुरू होने से भारत भर में क्षेत्रीय गतिशीलता में वृद्धि होगी।
मंत्रालय द्वारा जारी अनुमोदन पत्र में कंपनी को सभी प्रासंगिक नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के नियम भी शामिल हैं। शंख एयर को प्रदान किया गया अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) तीन वर्षों की अवधि के लिए मान्य है।
शंख एविएशन प्राइवेट लिमिटेड, जो इस परियोजना के पीछे है, का नेतृत्व युवा उद्यमी श्रवण के. विश्वकर्मा कर रहे हैं, जिनका बुनियादी ढांचे और व्यापार में मजबूत अनुभव है। विश्वकर्मा की विमानन उद्योग में अपनी छाप छोड़ने की महत्वाकांक्षा ने शंख एयर का निर्माण किया है, जिसकी सेवाएं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू होंगी।
शंख एयर नई पीढ़ी के बोइंग 737-800NG विमानों के बेड़े के साथ अपनी सेवाएं शुरू करेगी, जिससे यात्रियों को आधुनिक और कुशल यात्रा विकल्प मिलेंगे।
वर्तमान में, इंडिगो भारत के विमानन क्षेत्र में 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ हावी है। शंख एयर के बाजार में आने से तेजी से बढ़ते विमानन क्षेत्र में नई प्रतिस्पर्धा उत्पन्न हो सकती है और घरेलू यात्रा के लिए यात्रियों को अधिक विकल्प मिल सकते हैं।