विश्व शेर दिवस के अवसर पर मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शेरों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए उनके प्राकृतिक आवास को बचाने की जरूरत बताई है। गहलोत ने कहा कि शेरों जैसी शानदार प्रजातियों के लिए वन्यजीव संरक्षण महत्वपूर्ण है। वहीं इस अवसर पर पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स की राजस्थाई इकाई के प्रभारी एवं प्रसिद्ध पर्यावरणविद् बाबू लाल जाजू ने कहा कि देश में शेरों को बचाने के लिए सरकार को उचित कदम उठाये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना जैसी महामारी के दौर में उन्हें वायरस से बचाने के लिए देश के अलग अलग जगहों पर रखा जा जाना चाहिए। जाजू ने कहा कि शेरों की जनसंख्या बढ़ाने के लिए जंगल के घनत्व को बढ़ाया जाना चाहिए तथा खूब पेड़ भी लगाए जाने चाहिए। वन्यजीवों के क्षेत्र में अन्य गतिविधियां नहीं होनी चाहिए ताकि उनके स्वच्छंद विचरण और व्यवहार में किसी प्रकार की बाधा नहीं पड़े।