एडवाइजरी फोरम करेगा कार्यों का निरीक्षण
जयपुर। जिस थीम पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत राजधानी में कार्य कराए जाने थे, वह थीम जयपुर स्मार्ट सिटी के कार्यों में नजर नहीं आ रही है। कंपनी के कई प्रोजेक्ट फेल हो चुके हैं। अब तो कंपनी की ओर से कराए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं। इसी को देखते हुए जयपुर स्मार्ट सिटी मिशन का एडवाईजरी फोरम चार दीवारी के भीतर कार्यों का निरीक्षण करेगी।
यह निर्णय शुक्रवार शाम जयपुर स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित एडवाईजरी फोरम की बैठक में लिया गया। बैठक में सांसद जयपुर शहर रामचरण बोहरा, विधायक एवं मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी, आयुक्त नगर निगम जयपुर-ग्रेटर दिनेश कुमार यादव, सचिव जयपुर विकास प्राधिकरण आलोक रंजन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जयपुर स्मार्ट सिटी लोकबंधु, एडीएम (नॉर्थ) जयपुर बीरबल सिंह, सचिव शहरी आजीविका केन्द्र संजीव वर्मा तथा निदेशक रीजनल सी-14 सिटीज संजय श्रीधर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने स्मार्ट सिटी कार्यों की गुणवत्ता का मामला उठाया और कहा कि मिशन के तहत विभिन्न एजेंसियां कार्य कर रही है, ऐसे में कई बार कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं। इन सभी कार्यों को पूर्ण पारदर्शिता और गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए किया जाना चाहिए। जोशी ने कहा कि किशनपोल बाजर स्थित महाराजा आट्र्स स्कूल विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहर है। हमे इसके स्वरूप को बनाए रखते हुए इसे आर्ट एवं कल्चर सेंटर के रूप में स्थापित करना है।
सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि वे स्वयं, मुख्य सचेतक महेश जोशी तथा विधायक अमीन कागजी आगामी माह के प्रथम पखवाड़े में जयपुर शहर की चार दीवारी के भीतर मिशन के तहत किए गए कार्यों का निरीक्षण करेंगे, ताकि कार्यों की गुणवत्ता पर नजर रखी जा सके। मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी जयपुर लोकबन्धु ने बताया कि पुरोहितजी का कटला के लिए फायर फाईटिंग प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी मिशन की बोर्ड की बैठक में स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। उक्त योजना को शीघ्र ही लागू करने की कार्यवाही की जा रही है।