जयपुरप्रशासन

राजस्थान के अंशकालीन पुजारियों के मानदेय में वृद्धि और 593 मंदिरों में होंगे मरम्मत कार्य

राजस्थान में प्रत्यक्ष प्रभार मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों के मानदेय में वृद्धि की गयी है। इसके साथ ही, देवस्थान विभाग के अधीन 593 मंदिरों में पोशाक, रंग-रोगन, मरम्मत तथा उन्नयन संबंधी कार्यों के लिए 5.93 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान भी किया गया है। इस आशय के प्रस्ताव को आज राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंजूरी दी।
पुजारियों के मानदेय में होगी वृद्धि
मुख्यमंत्री ने देवस्थान विभाग के अधीन आने वाले राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों के मानदेय में वृद्धि के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी है। इससे पुजारियों का मानदेय 3 हजार रुपए प्रतिमाह से बढ़कर 5 हजार रुपए प्रतिमाह हो जाएगा। गहलोत के इस निर्णय से पुजारियों को आर्थिक संबल मिलेगा। उल्लेखनीय है कि आत्मनिर्भर मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों का मानदेय 3 हजार रुपए से बढ़ाकर 5 हजार रुपए पूर्व में ही किया जा चुका है।
प्रत्येक मंदिर में 1 लाख रुपए तक के कार्य
प्रस्ताव के अनुसार, 390 राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिर तथा 203 राजकीय आत्मनिर्भर मंदिरों के लिए 5.93 करोड़ रुपए (प्रति मंदिर 1 लाख रुपए तक) की स्वीकृति दी गई है। उक्त स्वीकृति से मंदिरों में विभिन्न उन्नयन कार्य किए जाएंगे। राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों की आस्था को देखते हुए मंदिरों को सुदृढ़ करने के लिए पोशाक, रंग-रोगन एवं मरम्मत कार्य करवाए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में पुजारियों के मानदेय में वृद्धि तथा मंदिरों के मरम्मत, उन्नयन कार्याें के संबंध में घोषणा की गई थी।

Related posts

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने केंद्र सरकार (central government) पर साधा निशाना, मुंद्रा बंदरगाह (Mundra Port) मामले की जांच की मांग उठाई

admin

दिल्ली की दौड़ लगाने के बजाए कार्यकर्ता अनाएं अपनी पहचान

admin

सीएमआर में कोरोना की दस्तक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत हुई संक्रमित

admin