ऑनलाइन ई-चालान से सिस्टम में पारदर्शिता, पॉस मशीन से भ्रष्टाचार पर कसेंगे लगाम
जयपुर। भ्रष्टाचार के दाग धोने के लिए परिवहन विभाग ने नवाचार करने शुरू कर दिए हैं। इसके तहत परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के समक्ष बुधवार को परिवहन विभाग और एसबीआई के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू के माध्यम से एसबीआई विभाग को 500 पॉस मशीन वितरित करेगा।
इस अवसर पर खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जहां पॉस मशीन से ई-चालान होगा जिससे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी। विभाग द्वारा नवाचार कर पारदर्शिता लाने का कार्य किया जा रहा है इसी कड़ी में एसबीआई से पॉस मशीन के लिए एमओयू किया गया। इस मशीन के माध्यम से ई-चालान रिअल टाइम में देखे जा सकेंगें। ई-चालान से कार्यप्रणाली में सुधार होगा तथा सकारात्मक छवि बनेगी।
परिवहन आयुक्त रवि जैन ने कहा कि फील्ड में इंस्पेक्टर को मैन्युअल रूप से चालान करते समय काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है तथा उपभोक्ताओं के पास भी कभी-कभी कैश की उपलब्धता की समस्या होती है। इन सभी समस्याओं का पॉस मशीन से हल हो जाएगा।
एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक अमिताभ बनर्जी ने कहा कि पॉस मशीन द्वारा ई-चालान का कार्य कैशलेस तरीके से होगा जिससे मौद्रिक लेन-देन में पारदर्शिता आएगी तथा सिस्टम प्रभावी तरीके से कार्य करेगा। ई-चालान बैंक के खाते में डिपोजिट होगा तथा इसमें ऑनलाइन रसीद प्राप्त हो जाएगी तथा प्रत्येक चालान की नियमित जानकारी रियल टाइम में विभाग को प्राप्त हो जाएगी।