जयपुर

राजस्थान में वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक, पहले दिन दूसरी पारी की परीक्षा रद्द

परीक्षा से पहले वॉट्सऐप पर आई आंसर शीट, सरकारी कर्मचारी समेत दो गिरफ्तार

जयपुर। प्रतियोगी परीक्षाओं के लगातार पर्चे लीक होने के बीच एक बार फिर राजस्थान में वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। 2300 पदों के लिए हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा के 12 नवंबर के दूसरी पारी की आंसर शीट सोशल मीडिया पर शेयर हो गई। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरकारी कर्मचारी सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया है। राजसमंद पुलिस ने अब तक वनरक्षक पेपर लीक प्रकरण में प्रदेश के 6 जिलों में 12 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है। रविवार शाम कर्मचारी चयन बोर्ड ने शनिवार को हुए दूसरी पारी के पेपर को रद्द कर दिया। जिन भी अभ्यर्थियों ने दूसरी पारी का पेपर दिया था, उनके लिए जनवरी में फिर से वनरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार शनिवार को राजसमंद के रेलमगरा थाना क्षेत्र में दूसरी पारी के पेपर का फोटो खींचकर आंसर शीट सोशल मीडिया पर आ गई थी। मामले में पुलिस ने करौली के दीपक शर्मा को हिरासत में लिया था। दीपक ने पूछताछ में बताया कि दौसा में लालसोट क्षेत्र के गांव अजयपुरा के हेमराज मीणा से उसने पेपर लिया।

पुलिस की स्पेशल टीम ने परीक्षा देकर लौटते वक्त मोबाइल लोकेशन ट्रेस के आधार पर लालसोट रेलवे स्टेशन के पास से हेमराज मीणा को दबोचा। दौसा के पीजी कॉलेज में हेमराज का सेंटर आया था। हेमराज ने परीक्षा शुरू होने के साथ ही आंसर शीट भेजने की बात स्वीकार की है।

करौली निवासी दीपक शर्मा उदयपुर में बिजली निगम में नौकरी करता है। वह रेलमगरा में तकनीकी सहायक है। उसने जिन-जिन को पेपर भेजने की बात कही, वहां संबंधित पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, हेमराज मीणा जयपुर में किराए से रहकर कॉम्पिटीशन एग्जाम की तैयारी करता है। पुलिस की टीम जयपुर, करौली, उदयपुर समेत प्रदेशभर में कुछ और युवकों की तलाश में जुटी है।

कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने इस मामले में कहा कि राजसमंद और दौसा में पेपर लीक मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। परीक्षा की दूसरी पारी का पेपर लीक होने की बात सामने आई है। जिसके बाद बोर्ड ने 12 नवंबर को दूसरी पारी के पेपर को रद्द करने का फैसला लिया गया है।

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