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हुंकार सभा में गहलोत ने दिलाया भरोसा, जयपुर में गौवंश के लिए जारी परिपत्र पूरे राजस्थान में नहीं होगा लागू

जयपुर। राजस्थान के स्वायत्त शासन विभाग की ओर से कुछ दिनों पूर्व गौवंश पालन के लिए जारी आदेश को पूरे प्रदेश में लागू नहीं किया जाएगा। पिंजरापोल गौशाला में राजस्थान की गौशालाओं की ओर से आयोजित हुंकार सभा में मुख्यंत्री अशोक गहलोत ने भरोसा दिलाया कि हाई कोर्ट के निर्देश पर सरकार द्वारा जारी एक परिपत्र गोवंश को पालने पर शहरों में लगाए गए प्रतिबंध केवल जयपुर में ही लागू रहेंगे बाकी जगह यह परिपत्र प्रभावी नहीं रहेगा। हाई कोर्ट के दिशा निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा यह परिपत्र कुछ दिन पहले जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि गो भक्तों का समाज में सम्मान होता है ऐसे में उसका कर्तव्य बनता है कि वह भी सच्चाई के रास्ते पर चलें।

गहलोत ने इस बात की माफी मांगी कि 4 दिन पहले राजस्थान गो सेवा संघ के पदाधिकारी और संत उनसे मिलने आए थे और उन्हें मिलने की अनुमति नहीं मिली। विधिवत रूप से जानकारी नहीं होने के अभाव में यह हो पाता है लेकिन उनकी कोशिश रहती है कि वह सभी से मिले।

गहलोत ने कहा कि भाजपा और आरएसएस से कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन हिंसा किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं होगी। राज में कोई की भी पार्टी की सरकार रहे हिंसा की निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए पत्थर भरतपुर से जा रहा है इसको लेकर कुछ लोग मुझसे मिले थे और कहा था कि इसमें कोई परेशानी नहीं आए तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि राम मंदिर के लिए जो भी पत्थर जा रहा है वह लीगली तरीके से जाए अवैध खनन नहीं हो इसके लिए प्रधानमंत्री जी से वन विभाग के क्षेत्र में अवैध खनन हो उसकी छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा सहयोग करेगी और अब लीगली तरीके से राम मंदिर के लिए भरतपुर से पत्थर जा रहा है और जाता रहेगा।

सीएम गहलोत ने कहा कि पंचायत स्तर पर नंदी गौशाला का निर्माण करने के लिए 1.56 करोड़ का अनुदान सरकार देने की घोषणा कर चुकी है इसमें कुछ घटना आएगी उसे दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत संस्थाएं दानदाताओं के माध्यम से नंदी गौशालाओं को मिले तो निश्चित तौर पर इसका संचालन सही ढंग से हो पाएगा।

गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार 1 करोड़ रूपये के अनुदान से सभी ग्राम पंचायतों में सामाजिक संगठनों के सहयोग से गौशालाएं खोलने जा रही है। गौवंश का संवद्र्धन करने, गौशालाएं खोलने में आने वाली सभी प्रकार की प्रशासनिक अड़चनों को दूर करने व गौचर भूमि का संरक्षण करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री पशुधन निशुल्क दवा योजना के अन्तर्गत सरकार पशुओं के लिए भी दवाईयां मुफ्त उपलब्ध करवा रही है, जिससे उनके उपचार में सुविधा हो। उन्होंने कहा कि गौसेवक घर-परिवार छोड़कर निस्वार्थ भावना से गौसेवा में लगते है। अतः उनकी भावना का सम्मान करना सरकार का कर्तव्य है।

गहलोत ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय का स्थान महत्वपूर्ण है। गाय के प्रति भगवान श्री कृष्ण व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार सर्वविदित है। गौ सेवा करने वालों को पूरे समाज में सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि गौ सेवा से जुड़ा व्यक्ति हमेशा सच्चाई और अहिंसा के रास्ते पर चलता है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गौशाला में गौवंश को गुड़ खिलाकर गौ पूजन किया।

कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, गोपालन मंत्री प्रमोद भाया, श्रम राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विधायक मेवाराम जैन, पथमेडा गौशाला के महंत राजेंद्र सिंह महाराज, राजस्थान गोसेवा संघ के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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