जयपुर। राज्य के जनजातिय क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से 11 सितंबर को विभाग के आवासीय विद्यालयों, छात्रावासों, ईएमआरएस विद्यालयों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कर वन महोत्सव मनाया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, जनजातिय क्षेत्रीय विकास विभाग राजेश्वर सिंह ने आयुक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास, राज्य के समस्त जिला कलक्टर्स, जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को इस संबध में विस्तृत दिशा-निर्देश भेजे हैं ।
निर्देशों में कहा गया है कि राज्य में पर्याप्त वर्षा होने के साथ ही पौधे लगाने हेतु अनुकूल वातावरण बना है। इसका लाभ लेते हुए समस्त परियोजना कार्यालयों, विभाग द्वारा संचालिय आवासीय विद्यालयों, छात्रावासों, ईएमआरएस विद्यालयों एवं मां-बाड़ी केन्द्रों पर 11 सितंबर को वन महोत्सव मानते हुए पौधारोपण कार्य कराया जाए।
राज्य के समस्त संबधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के जनप्रतिनिधियों, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान, जिला परिषद् सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच, संबधित वार्ड के पंच, ग्रामीणजनों एवं समुदाय की भागीदारी से इस दिन को वन महोत्सव मानते हुए पौधारोपण कराने में नेतृत्व प्रदान करने हेतु इस कार्यक्रम से जोड़ें ।
वन महोत्सव के दिन क्षेत्रीय जलवायु में लगने वाले पौधों में फलदार, छायादार, हैज एवं बेलों के पौधे जैसे नीम, जामुन, आम, बरगद, पीपल, महुआ, सीताफल, शीशम, कीकर, करंज, नीम्बू एवं अनार आदि के पौधे वन विभाग की नर्सरी अथवा अन्य व्यवस्था से प्राप्त किए जाएं।
उन्होंने पौधारोपण सार्वजनिक दीवारों के पास, रास्तों के दोनों तरफ, खेल मैदानों के चारों तरफ, परिसर में आवश्यक्तानुरूप पौधे लगवाना व पौधारोपण कार्य हेतु क्षेत्रीय दानदाताओं से पौधे, ट्री गार्ड आदि प्राप्त करने हेतु भी निर्देशित किया है ।