लखनऊ। हाथरस गैगरेप कांड के संदर्भ में उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है कि हाथरस में 19 साल की युवती के साथ बलात्कार हुआ ही नहीं। उनके मुताबिक आगरा में विधि विज्ञान प्रयोगशाला (फॉरेंसिक साइंस लैब) में जांच में यह बात सामने आई है। प्रशांत कुमार का कहना है कि युवती की मौत गले में चोट लगने और उसके कारण हुए सदमे की वजह से हुई थी।
युवती के बयान में भी बलात्कार की बात नहीं
प्रशांत कुमार के मुताबिक वारदात के बाद युवती ने जो पुलिस बयान दिए उसमें भी उसने अपने साथ बलात्कार होने की बात नहीं कही थी। उन्होंने कहा कि उसने सिर्फ मारपीट किए जाने का आरोप लगाया था। एजीडी का कहना है कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने व जातीय हिंसा भड़काने के उद्देश्य से कुछ लोग तथ्यों को गलत ढंग से पेश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने हाथरस गैंगरेप मामले में तुरंत कार्रवाई की और अब पुलिस उन लोगों की पहचान करेगी जिन्होंने माहौल खराब करने और प्रदेश में जातीय हिंसा भड़काने की कोशिश की।
राहुल और प्रियंका को हाथरस जाने से रोका गया
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी हाथरस जाने के लिए अनेक कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली से रवाना हुए। जब उन्हें यमुना एक्सप्रेसवे पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोका तो दोनों नेता पैदल ही हाथरस के लिए चल दिए। कुछ दूरी पर राहुल की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई फिर पुलिस उन्हें जीप में बैठाकर एक्सप्रेस वे पर स्थित एफ-1 गेस्टहाउस ले गई। वहां पर राहुल गांधी को आईपीसी की धारा 188 के तहत गिरफ्तार किया गया। इस बीच राहुल और प्रियंका को गेस्ट हाउस से दिल्ली ले जाया गया।