राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) राज्य की लाइफलाइन है। यही वजह है कि इसे घाटे के बावजूद चलाना ही होता है। वास्तव में यह कारोबार नहीं बल्कि सेवा कार्य है। इसके संचालन के कारण ही निजी बस सेवाएं भी अपना किराया कम रखती हैं।
बिना टिकट यात्रा की जुर्माना राशि बढ़ाई जाएगी
खाचरियावास ने कहा है कि घाटे में चल रही आरएसआरटीसी की आमदनी बढ़ाने के हर संभव प्रयास किये जाएंगे। यह निगम भी भ्रष्टाचार से अछूती नहीं है किंतु इसे कम से कम करने के प्रयास किये जा रहे हैं। अब बिना टिकट बस यात्रा करना आसान नहीं होगा। बिना टिकट यात्रा करने पर अब तक किराया वसूली और मामूली दण्ड का प्रावधान है किंतु अब जुर्माने की राशि बहुत अधिक बढ़ाई जाएगी ताकि बिना टिकट यात्रा करने के बारे में जल्दी से कोई सोचे भी नहीं।
आरएसआरटीसी शुरू करेगा पेट्रोल पंप
खाचरियावास ने यह भी बताया कि जयपुर-दिल्ली रूट पर चलने वाली आरएसआरटीसी की बसें अब राजस्थान पर्यटन निगम के बहरोड़ स्थित मिडवे पर रोकी जाएंगी। इसके अलावा जल्दी ही आरएसआरटीसी की विभिन्न जिलों में जमीनों पर पेट्रोल पंप की शुरुआत करने का प्रयास किया जाएगी। इससे खुद राजस्थान रोडवेज का खर्चा भी कम होगा और उसकी कमाई भी हो सकेगी। इसके अलावा आरएसआरटीसी जल्द ही 550 बसें खरीदने जा रहा है। इसके साथ ही उसकी इलेक्ट्रिक बसें भी संचालित करने की योजना बना रहा है। जल्द ही पायलट बसों का संचालन शुरू किया जायेगा।