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मुख्यमंत्री ने दिया 12 नवविवाहित वर-वधुओं को सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को सांगानेर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के द्वारा आयोजित राज्य महिला सदन की 12 आवासनियों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पहुंचकर वर-वधुओं को सुखद वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिया।

गहलोत ने नए जीवन की शुरूआत कर रहे जोड़ों को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा भामाशाहों के सहयोग से दिए जा रहे गृहस्थी के सामान का अवलोकन किया व उपस्थित परिवारजनों को बधाई दी। साथ ही, मुख्यमंत्री ने गायत्री परिवार द्वारा पाणिग्रहण संस्कार के लिए तैयार किए गए पंडाल में जाकर पूजा-अर्चना की।

इससे पूर्व सांगानेर पहुंचने पर जगह-जगह लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, पूर्व शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, अध्यक्ष समाज कल्याण बोर्ड अर्चना शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा, विभिन्न जनप्रतिनिधि, भामाशाह व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

इस दौरान विवाह समारोह में मंत्री भूपेश ने वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया तथा उनके भावी जीवन के लिए शुभकामनायें दी साथ ही उन्होंने सभी 12 आवासनियों के जोड़ों को महिला अधिकारिता विभाग की ओर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह एवं अनुदान योजना, 2021 के तहत 15-15 हज़ार रुपए के चेक भेंट किये।

उल्लेखनीय हैं कि महिला अधिकारिता की ओर से सामूहिक विवाह आयोजनों को प्रोत्साहित करने, विवाहों में होने वाले अपव्यय को कम करने के लिए आर्थिक अनुदान देने, बाल विवाह एवं दहेज जैसी कुप्रथाओं पर रोक लगाने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह एवं अनुदान योजना, 2021 को लागू किया गया हैं। यह अनुदान सामूहिक विवाह आयोजित करने वाले ऐसे संगठन व संस्थाओं को देय है जो एक ही स्थान पर एक ही समय में कम से कम 10 एवं अधिकतम 500 जोड़ों का सामूहिक विवाह आयोजित करतेेे है। विवाह के लिए लड़के की आयु 21 और लड़की की आयु 18 वर्ष से कम नहीं होगी। वर या वधू में से कोई एक राजस्थान राज्य का मूल निवासी हो। सामूहिक विवाह के आयोजन एवं अनुदान हेतु आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाईन की गई है। सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत कुल अनुदान राशि 18 हजार रुपये में से नव वधु को राशि रूपये 15 हजार तथा संस्था को विवाह आयोजन हेतु राशि रूपये 3 हजार रूपये प्रति जोड़ा अनुदान दिया जाता है।

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