खेलजयपुर

मिल गये 4 दिनों से लापता भारतीय पर्वतारोही अनुराग मालू, जारी है जीवन के लिए संघर्ष

भारतीय पर्वतारोही अनुराग मालू। दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची पर्वत चोटी अन्नपूर्णा से गहरी हिम दरार में गिरने के बाद 4 दिनों से लापता चल रहे थे। इस 34 वर्षीय पर्वातोरोही को आखिर ढूंढ लिया गया। वे जिंदा हैं लेकिन हालत गंभीर होने पर उन्हें नेपाल में पोखरा के मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सेवन समिट ट्रेक्स अभियान के निदेशक छांग दावा शेरपा ने बताया कि राजस्थान के किशनगढ़ निवासी अनुराग मालू (34) सोमवार को कैंप-3 से उतरते वक्त 900 फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद लापता हो गए थे। पांच शेरपा पर्वतारोहियों की टीम उनकी तलाश कर रही थी। मंगलवार को विमान से भी तलाशअभियान चलाया गया। छांग दावा शेरपा के मुताबिक बचावकर्ताओं को वह गंभीर हालत में मिले।
7 महाद्वीपों की 14 पर्वत चोटियों को फतह करने का था लक्ष्य
आरइएक्स करमवीर चक्र से सम्मानित मालू संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने और जागरूकता फैलाने के लिए सातों महाद्वीपों की 8,000 मीटर की ऊंचाई वाली 14 पर्वत चोटियों को फतह करने के अभियान पर निकले थे। गौरतलब है कि नेपाल की अन्नपूर्णा पर्वत चोटी से लापता हुए दो अन्य भारतीय पर्वतारोही बलजीत कौर और अर्जुन वाजपेयी को बचावकर्ताओं की टीम ने मंगलवार को सही-सलामत ढूंढ निकला। पहले ऐसा कयास लगाया जा रहा था की मालू 6000 मीटर की गहराई में गिरे हैं।
बछेंद्री पाल से लिया था मार्गदर्शन
बता दें कि अन्नपूर्णा पर्वतारोहियों के लिए सबसे खतरनाक पर्वतों में से एक है।पिछले हफ्ते पेशे से उद्यमी मालू इसी की चढ़ाई करने निकले थे। वह कई पर्वतों की चढ़ाई कर चुके हैं। पिछले साल माउंट अमा डबलाम पर चढाई के बाद उन्होंने एवरेस्ट,अन्नपूर्णा व ल्होत्से पर चढ़ने की योजना बनाई थी। उन्होंने प्रसिद्ध पर्वतारोही बछेंद्री पाल से मार्गदर्शन लिया।
परिवार ने ली राहत की सांस
नेपाल के अन्नपूर्णा पर्वत की करीब के 6000 मीटर की ऊंचाई से गिरने के बाद लापता हुआ किशनगढ़ का पर्वतारोही अनुराग मालू चौथे दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद मिल गए। उन्हें बर्फीले दर्रों में तलाश लिया गया। अनुराग को काठमांडू के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वह फिलहाल अचेतावस्था है। अब परिवार समेत सभी लोग अनुराग के पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
अजमेर रोड आदित्य मिलकॉलोनी निवासी ओमप्रकाश मालू ने बताया कि गुरुवार सुबह निजी पर्वतारोहण कम्पनी के सर्च ऑपरेशन के दौरान उनके बेटे अनुराग के मिलने की सूचना सुबह मिली। बताया जा रहा है कि बुधवार रात को बर्फ गिरने की वजह से सर्च ऑपरेशन को रोकना पड़ा। लेकिन रेस्क्यू टीमों ने गुरुवार को सुबह एक बार फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया और इस बार सफलता मिल गई और टीम ने अनुराग मालू को आखिरकार ढूंढ लिया।

Related posts

एसीबी को पत्र लिखने से यदि दाग धुलते हैं, तो दाग ‘अच्छे’ हैं

admin

नहीं रहे कथक उस्ताद (Kathak maestro) व गायक (singer) पद्मविभूषण (Padma Vibhushan) पं. बिरजू महाराज (Birju Maharaj)

admin

पायलट खेमे की याचिका पर अब सोमवार को होगी सुनवाई

admin