दिल्लीराजनीति

डीएमके नेता सैंथिल कुमार के लोकसभा में गंदे बयान..बोले कि बीजेपी गोमूत्र स्टेट्स में जीत रही पर दक्षिण में घुसने नहीं देंगे, बाद मे मांगनी पडी माफी

संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन (5 दिसंबर) लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल पेश किया। इस पर चर्चा के दौरान धर्मपुरी से डीएमके सांसद डॉ. सेंथिल कुमार ने कहा कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी बेल्ट के उन राज्यों को जीतने में ही है, जिन्हें हम आमतौर पर गोमूत्र राज्य कहते हैं।
सेंथिल ने यह भी कहा कि दक्षिण के राज्यों में बीजेपी को घुसने नहीं दिया गया है। यह खतरा जरूर है कि कश्मीर की ही तरह भाजपा दक्षिण भारत के राज्यों को भी केंद्र शासित प्रदेश न बना दे क्योंकि ये वहां जीत नहीं सकते तो उसे यूटी बनाकर गवर्नर के जरिए शासन कर सकते हैं। वहीं, एमडीएमके (मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) के सांसद वाइको भी सेंथिल के सपोर्ट में आए और उन्होंने कहा कि वे उनके बयान से सहमत हैं क्योंकि वे सही हैं। हालांकि डीएमके सांसद के बयान पर जब हंगामा बरपा और उत्तर भारत के राज्यों के सांसदों ने उनके बयान की निंदा की तो उन्होंने इस बयान पर 6 दिसंबर को माफी भी मांग ली।
22 दिसंबर तक चलेगा सत्र
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार (6 दिसंबर) सुबह 11 बजे से शुरू होगी। यह सत्र 22 दिसंबर तक चलने वाला है, जिसमें 15 बैठकों में 21 बिल पेश होने हैं। यह 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र है।
बयान पर मचा बवाल
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘यह सनातनी परंपरा का अनादर है। डीएमके को जल्द ही गोमूत्र के फायदों के बारे में पता चल जाएगा। वे अच्छी तरह से जानते हैं कि देश की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। जो भी देश की भावनाओं से खेलने की कोशिश करेगा, उसे जनता से करारा जवाब मिलेगा।’
बिहार बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा, ‘हिंदी भाषी राज्यों को गालियां देने वालों को मानसिक इलाज कराने की जरूरत है। पीएम मोदी के नेतृत्व में आने वाले चुनाव में इन लोगों का सही इलाज किया जाएगा।’
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चैधरी ने कहा, ‘संसद के अंदर एक व्यक्ति क्या कह रहा है, इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है, यह उनका अपना बयान है। हम गौ माता का सम्मान करते हैं, इस पर मुझे कुछ नहीं कहना।’
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, ‘डीएमके की राजनीति अलग है। कांग्रेस इससे सहमत नहीं है। कांग्रेस सनातन धर्म और गौमाता में भी विश्वास करती है। हम सभी धर्मों के लोगों के साथ आगे बढ़ने में यकीन रखते हैं।’
संसद में मिलेगा आरक्षण

अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023, जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2023 भी पेश किया। आरक्षण-संशोधन बिल पास हुआ तो कश्मीरी पंडितों की संसद में 2 और विस्थापितों की 1 सीट रिजर्व हो जाएगी।
अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023, जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2023 भी पेश किया। आरक्षण-संशोधन बिल पास हुआ तो कश्मीरी पंडितों की संसद में 2 और विस्थापितों की 1 सीट रिजर्व हो जाएगी।

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