पेगासस (Pegasus) जासूसी कांड को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे और मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस (congress) ने गुरुवार को राजधानी जयपुर में राजभवन (Governor office) का सांकेतिक घेराव करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। धरने में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित बड़ी संख्या में मंत्री, विधायक एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। इस दौरान यूथ कांग्रेस व एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की पुलिस से हल्की झड़प भी हो गई।
कांग्रेस नेताओं ने सिविल लाइन फाटक के बाहर धरना देकर पेगासस प्रकरण में केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए उसके भारतीय जासूस पार्टी का नाम दिया। नेताओं, पत्रकारों, जजों व अफसरों की गैर कानून ढंग से की गई जासूसी प्रकरण में कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की।
कांग्रेस के इस प्रदर्शन व धरने के दौरान एक बार फिर कोरोना प्रोटोकॉल की पालना नहीं हो सकी। अध्यक्ष व मंत्री खुद इसका उल्लंघन करते नजर आए। इस पर बीजेपी (BJP) ने शिकायत की तो पुलिस ने महज परिवाद लिया।
इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने सत्ता में आने से पहले जो वादे किए थे, उनमें से वे एक पर भी खरे नहीं उतरे। उन्होंने इस जासूसी कांड को संविधान में प्रदत्त निजता के अधिकार का उल्लंघन बताया और गृहमंत्री शाह के इस्तीफे तथा मामले की न्यायिक जांच की मांग दोहराई।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सबके ऊपर जासूसी बैठा दी, किसी को नहीं बख्शा गया। संविधान में अधिकार दिया गया है कि निजता का हनन नहीं होना चाहिए। कंपनी केवल सरकार को ही वह सॉफ्टवेयर बेचती है। इसके साथ ही डोटासरा ने कहा कि लोग जब देश को आजाद करवाने में लगे थे तब आरएसएस के लोग मुखबिरी कर रहे थे।
इस दौरान राजभवन (Governor office) पर घेराव के समय पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता बेरीकेड पर चढ़ गए थे। इस दौरान पुलिस ने उन्होंने सिविल लाइंस फाटक को पार करने से रोका।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में दिए गए इस धरने में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, बीडी कल्ला, महेश जोशी, रघु शर्मा, संयम लोढ़ा, महादेव खण्डेला, खिलाडीलाल बैरवा, गोपाल मीणा, प्रदेश सचिव पुष्पेन्द्र भारदाज, मुमताज मसीह,जसवंत गुर्जर, ललित तूनवाल, सुरेश चौधरी, आर आर तिवाडी, मनोज दुग्गल,आयुष भारदाज सहित जयपुर के विधायक, पार्टी पदाधिकारी सहित अन्य नेता मौजूद थे।
कांग्रेस के धरने के दौरान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोघरा व बीकानेर से कांग्रेस नेता गोविंद मेघवाल ने अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल को केन्द्र सरकार का एजेंट बताया। इस दौरान दोनों नेताओं ने राज्यपाल को लेकर अपशब्द भी कहे।
प्रदर्शन के बाद जब सोशल मीडिया में इनका वीडियो सामने आया तो बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के लिए ऐसे अपशब्द बोलने से कांग्रेस का असली चरित्र सामने आ गया। कांग्रेस ओछी पार्टी है और इसके नेता भी ओछे है, पूनिया ने ट्वीट कर लिखा कि देश बरसों से इस पार्टी की लूटपाट देखता आया है। इसके नेता हाईकमान को खुश करने के लिए ऐसे विवादित बयान दे रहे है और झूठे मुद्दों पर धरना प्रदर्शन कर पाखंड रच रहे है।