जयपुर

सांसद किरोड़ीलाल का आगरा रोड पर डेरा, हजारों समर्थकों के साथ सड़क को घेरा

समर्थकों की पुलिस के साथ धक्का—मुक्की, धरने पर बैठे

जयपुर। पेपर लीक प्रकरणों को लेकर मंगलवार को भाजपा ने सरकार को विधानसभा से सड़क तक घेर लिया। परीक्षाओं में हुई धांधली के खिलाफ विधानसभा घेराव के लिए सांसद किरोड़ी लाल अपने हजारों समर्थकों के साथ जयपुर पहुंच गए। मीणा को पुलिस ने घाट की गुनी टनल से पहले ही रोक लिया, जहां मीणा अपने समर्थकों के साथ जयपुर-आगरा हाईवे पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान भाजपा की ओर से विधानसभा में भी पेपर लीक प्रकरण को लेकर सरकार को घेरा गया।

सांसद मीणा ने मंगलवार को दौसा कलेक्ट्री से अपने हजारों समर्थकों के साथ विधानसभा के घेराव के लिए जयपुर की ओर कूच किया। सैकड़ों की संख्या में गाड़ियों के काफिले के साथ दौसा कलेक्ट्री से रवाना हुई इस बेरोजगार आक्रोश यात्रा के दौरान पूरे हाइवे पर डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए युवा किरोड़ी लाल के समर्थन में नारेबाजी करते नजर आए। जयपुर में घाट की गूणी टनल से पहले जयपुर पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा के काफिले को रोक लिया। इस पर पुलिस और समर्थकों में जमकर धक्का—मुक्कि हुई और किरोड़ीलाल अपने समर्थकों के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।

इस दौरान किरोड़ी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज सदन में सरकार ने पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच देने से माना कर दिया, जबकि पेपर लीक मामले में ही सरकार ने डीपी जरोली और अपने दूसरे बड़े अधिकारियों को हटाया था। ऐसे में जब तक पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच नहीं दी। तब तक हम यहीं धरने पर बैठे रहेंगे।

मीणा ने कहा कि 16 से ज्यादा भर्ती परीक्षा पेपर लीक कि वजह से रद्द हो चुकी है। जिससे प्रदेश के हजारों युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया है। ऐसे में इस पेपर लीक प्रकरण की सिर्फ सीबीआई से ही जांच होनी चाहिए। क्योंकि नकल प्रकरण में मंत्री, विधायक, अधिकारी और कांग्रेस के पदाधिकारी भी शामिल है।

इसी के चलते मुख्यमंत्री गहलोत खुद ही अपनी सरकार और राजनेताओं के पेपर लीक प्रकरण में क्लीन चीट दे रहे हैं, क्यों कि उन्हें भी पता है कि अगर पेपर लीक प्रकरण कि जांच सीबीआई ने शुरू की, तो इससे कांग्रेस सरकार की असलियत जनता के सामने आ जाएगी।

किरोड़ी ने कहा कि राजस्थान में बाहर के राज्यों के लोगों को नौकरी दी जा रही है। इससे राजस्थान के युवाओं की नौकरी के अवसर कम हो रहे हैं। बाहरी राज्यों के लोग राजस्थान आकर हमारे युवाओं की नौकरी खा रहे हैं। ऐसे में सरकार को ठोस कानून बनाते हुए। इसे पूरी तरह बंद करना चाहिए। सुरेश ढाका जयपुर में लंबे समय से कोचिंग चला रहा है। इससे पहले भी भर्ती परीक्षा में हुई धांधली और पेपर लीक के मामलों में उसका संबंध था। रसूख की वजह से पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे उसके हौसले ज्यादा बुलंद हो गए। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ पूरा नकल गिरोह तैयार कर लिया। इसमें कई सरकारी कर्मचारी और बेरोजगार युवक शामिल है। जो प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे में जल्द से जल्द सुरेश ढाका की गिरफ्तारी होनी चाहिए। ताकि असली नकल गिरोह का भंडाफोड़ हो सके।

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